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नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर अक्सर ही चर्चा में रहते हैं. क्रिकेट के मैदान पर अपने फैसलों की वजह से सुर्खियां बटोरने वाले इस धुरंधर ने राजनीति में कदम रखकर हर किसी को हैरान किया था. अब अचानक से राजनीति को छोड़ने का फैसला लेकर भी हर किसी को चकित कर दिया. शनिवार 2 मार्च को गंभीर ने भारतीय जनता पार्टी प्रमुख से उनको दिए गए जिम्मेदारी से मुक्त किए जाने की गुजारिश की.

भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पूर्वी दिल्ली से चुनाव में खड़े होने वाले गौतम गंभीर को पिछले लोग सभा चुनाव में जनता भरपूर साथ मिला. इस सीट से 2019 में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार अरविंदर सिंह लवली को 3,91,222 वोटों से हराया था. जनता की सेवा करने बाद अब एक कार्यकाल के बाद ही गंभीर ने राजनीति को छोड़ने का मुश्किल फैसला लिया है.



BJP सांसद गौतम गंभीर ने शनिवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी करते हुए यह जानकारी दी कि वह अब राजनीत‍ि नहीं करेंगे. गंभीर ने लिखा, मैंने माननीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से गुजारिश की है, मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त कर दिया जाए. जिससे मैं अपने भविष्यगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर पूरा ध्यान लगा सकूं. मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और केंद्रीय गृहमंत्री अम‍ित शाह का धन्यवाद देना चाहूंगा जो मुझे लोगों की सेवा करने का मौका दिया, जय हिन्द

क्या है गंभीर के कमिटमेंट

भारतीय क्रिकेट टीम के इस बैटर ने साल 2018 के दिसंबर 2018 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया था. भारत के लिए 58 टेस्ट, 147 वनडे और 37 टी-20 खेलने वाले गंभीर वनडे और टी20 विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे. क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद 2019 लोकसभा चुनाव में जीतकर वह सांसद बने. 2024 तक राजनीति करने के साथ उन्होंने अपने क्रिकेट के कमिटमेंट को भी जारी रखा. अब वह फुट टाइम क्रिकेट पर ध्यान देना चाहते हैं.

इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाईजी टीम लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटोर के तौर पर गंभीर ने 2023 तक काम किया. 2024 के नए सीजन में वह कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ काम करते नजर आएंगे. इसके अलावा उन्होंने भारत के मैच का प्रसारण करने वाले टीवी चैनल के साथ बतौर कमेंटेटर काम करते हैं. वहीं रिटायर्ड खिलाड़ियों की टी-20 लीग भी खेलते.

Tags: Gautam gambhir



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