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28 मिनट पहलेलेखक: किरण जैन
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महाशिवरात्रि के मौके पर शो ‘भाबीजी घर पर हैं’ के एक्टर्स विदिशा श्रीवास्तव और आसिफ शेख वाराणसी पहुंचे। एक्टर्स ने काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन किए। साथ ही दोनों ने शाम को गंगा में नाव की सवारी भी की। उन्होंने अस्सी से राजघाट तक नाव से घूमने के बाद दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती भी देखी।
आसिफ और विदिशा का इस शहर से बचपन से रिश्ता है। आसिफ के नाना-नानी यहीं रहते थे जबकि विदिशा का मायका वाराणसी में है।
दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान, दोनों एक्टर्स ने वाराणसी और महाशिवरात्रि से जुड़ी कुछ दिलचस्प यादें शेयर कीं-
आसिफ शेख कहते हैं, ’12 साल बाद मैं वाराणसी लौटा हूं। घर वापसी जैसा महसूस हो रहा है। इस शहर का डेवलपमेंट देखकर मैं हैरान रह गया। 12 साल पहले जो वाराणसी देखा था, उससे कहीं बेहतर अब देखने को मिल रहा है। बहुत अच्छा विकास हुआ है। इस शहर से जुड़ी कई यादें स्पेशल हैं, खास तौर पर मेरे बचपन की।
हम जब ननिहाल जाते थे, तो हम सारे कजिंस मिलकर नुक्कड़ पर एक हलवाई की दुकान पर जाते थे। वहां से कचौरी, आलू की सब्जी, दो जलेबी खरीदते और मिलकर खाते थे। आज भी मेरी जुबान पर उन स्वादिष्ट पकवानों का टेस्ट है। आज फिर से इस शहर में लौटकर, पुरानी यादें ताजा हो गईं।’
महाशिवरात्रि से जुड़ी यादों को साझा करते हुए आसिफ ने आगे कहा, ‘दिल्ली में महाशिवरात्रि का एक बहुत बड़ा आयोजन होता है। कुछ सालों पहले मैं उस इवेंट में गया था। वहां मैंने तकरीबन 3 लाख के ऊपर लोग देखे। सभी लोग शिव भगवान की पूजा करने में मग्न थे। इस तरह का माहौल मैंने पहली बार देखा था।
कई सालों से मेरी काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करने की ख्वाहिश थी। आखिरकार मेरी इच्छा पूरी हुई। मंदिर में कदम रखते ही आध्यात्मिकता का गहरा एहसास हुआ।’
विदिशा कहती है, ‘महाशिवरात्रि का त्योहार पूरे देश में उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है। लेकिन वाराणसी में इस उत्सव की भव्यता दूसरे स्तर पर है। इस साल, मुझे अपने होमटाउन लौटने और बाबा काशी विश्वनाथ से आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर मिला। मैं इससे बेहतर सोच भी नहीं सकती थी।
मंदिर को खूबसूरती से सजाया गया है। लाखों शिवभक्त आशीर्वाद लेने के लिए एकत्र हुए। यह वास्तव में बेहतरीन अनुभव था। लाखों शिव भक्तों के साथ ‘हर हर महादेव’ का जाप करना एक आध्यात्मिक अनुभव था।’
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